नपुंसक के लिए अनंग मदन साधना

 नपुंसक के लिए अनंग मदन साधना 

"ॐ ऐं मदने मदनविद्रावणे अगम् संगमें देहि देहि क्रीं क्रीं स्वाहा। "

विधि - यह अज्ञात तंत्र साधना है।  यह मंत्र गुप्त है। आज हमने इस मंत्र को प्रकट किया है।  बहुत से व्यक्ति पुरूषत्व की कमी के कारण आत्महत्या कर जिन्दगी बरबाद कर लेते हैं , ऐसे नपुंसक युवक इस मंत्र का प्रयोग कर अपनी कमजोरी दूर कर अपना जीवन सफल करें। 

ऊपर बताये मंत्र का एक लाख जप करने से सफलता मिलती है। इस मंत्र का जप नदी के तट पर करना पड़ता है। जप के दिनों में एक समय भोजन करना है और अपने मन में यह विश्र्वास रखना है कि ज्यों ही मंत्र जाप पूर्ण होगा तो आप में पुरूषत्व आ जायेगा। 

चौदह दिनों में इस मंत्र का एक लाख जप करना बहुत जरूरी है। जप जब एक लाख पूरा हो जाये तो पन्द्रहवें दिन एक हजार चमेली के फूल लेकर उनकी आहूतियों में हवन करें और पाँच व्यक्त्तियों को भोजन कराये , तभी सफलता मिलेगी। 


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