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डायबिटीज के लिए नक्श

 डायबिटीज के लिए नक्श  अ साद म ह हमज़ा अर र क अ क ल त ल त अ य जिस किसी मनुष्य को डायबिटीज की बीमारी लग गई हो और उसके मूत्र तथा रक्त्त में शक्कर की मात्रा अधिक हो गई हो तो इस नक्श को चीनी मिट्टी की प्लेट पर जाफ़रान अथवा गुलाब के अर्क से लिखकर पानी से धोकर तीनों समय खाने से पूर्व पिलायें तो मधुमेह रोग में आराम मिलता है। 

नपुंसक के लिए अनंग मदन साधना

 नपुंसक के लिए अनंग मदन साधना  "ॐ ऐं मदने मदनविद्रावणे अगम् संगमें देहि देहि क्रीं क्रीं स्वाहा। " विधि - यह अज्ञात तंत्र साधना है।  यह मंत्र गुप्त है। आज हमने इस मंत्र को प्रकट किया है।  बहुत से व्यक्ति पुरूषत्व की कमी के कारण आत्महत्या कर जिन्दगी बरबाद कर लेते हैं , ऐसे नपुंसक युवक इस मंत्र का प्रयोग कर अपनी कमजोरी दूर कर अपना जीवन सफल करें।  ऊपर बताये मंत्र का एक लाख जप करने से सफलता मिलती है। इस मंत्र का जप नदी के तट पर करना पड़ता है। जप के दिनों में एक समय भोजन करना है और अपने मन में यह विश्र्वास रखना है कि ज्यों ही मंत्र जाप पूर्ण होगा तो आप में पुरूषत्व आ जायेगा।  चौदह दिनों में इस मंत्र का एक लाख जप करना बहुत जरूरी है। जप जब एक लाख पूरा हो जाये तो पन्द्रहवें दिन एक हजार चमेली के फूल लेकर उनकी आहूतियों में हवन करें और पाँच व्यक्त्तियों को भोजन कराये , तभी सफलता मिलेगी। 

नाक की बीमारियों का नक्श 786

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 नाक की बीमारियों का नक्श  786  उपरोक्त नक्श नाक की समस्त बीमारियों को समाप्त करने हेतु प्रभावशाली है। नाक की हड्डी का बढ़ जाना , नाक के अंदर झिल्ली खराब हो जाना , नाक की बदबू , नाक के अंदर फोड़ा होना , सांस रुकना , नाक के अंदर फुंसी होना या फिर एक और हड्डी पैदा हो जाना इत्यादि समस्त रोगों के लिए यह नक्श एकमात्र रामबाण दवा है।           इस नक्श को किसी मोमी कागज पर लिखकर मोड़ लें और ताबीज बनाकर रोगी के गले में पहना दें।  ध्यान रखें कि आसमानी रंग की चमकदार स्याही से ही नक्श का निर्माण करें।  रोगी को अवश्य लाभ होगा।     

कमर दर्द का मंत्र

  कमर दर्द का मंत्र  "चलता आवे , उछलता जाये , भस्म करता , डह डह जाये , सिद्ध गुरू की शान , महादेव की शान , मंत्र साँचा पिण्ड काँचा , फुरो मंत्र इश्र्वरो वाचा। " विधि - स्त्रियों को विशेष रूप से कमर दर्द की समस्या लगी रहती है। यदि स्त्री स्वयं मंत्र जाप करे तो अति उत्तम है अन्यथा उसके नाम का संकल्प करके उसके नाम से कोई भी व्यक्त्ति साधना शुरू कर सकता है। २१ दिन तक १०८ बार प्रतिदिन मंत्र जप करे तब कार्य करेगा। आप काले रंग का धागा लेकर रोगी को धारण करायें और जब तक दर्द पूर्ण रूप से दूर न हो जाए तब तक नियमित रूप से प्रतिदिन रात्रि को मंत्र का जाप करें।